सोमवार, 24 अगस्त 2015

शायरी

          आओ वादा करते है रखकर हाथों पर हाथ।
और मिलकर कसम खाते है, ना छुटे एक दुसरे के साथ।।

          दूर से सुनाई देती है तेरी गीत दिल चाहता है झूम लुँ।
और पास आती हो तो, दिल चाहता है इन होंठो को चुम लूँ।।

          तुम्हें तो लड़कों पटाना शौक  हैं।
 तुम्हें क्या पता ईश्क क्या होती हैं ।
          आती है, तेरी याद तो दिल ये रोती है।।
   
          क्या है मेरे दिल मे जो इन आँखों से जानो।
 क्या तुम मुझे भूल गई मैं वही आशिक हूँ पहचानो।।

          क्यों आँखें
छुपाती हो आँखें मिलाओ।
 क्यों मुझे तरपाती हो मुझेसे दिल लगाओ।।

            बरसात के पानी ने नदियों मे बाढ़ लाया।
तेरी जवानी ने मेरे दिल मे तूफान लाया।।

            तुझसे कुछ कहनी है, वाते खास।
तेरी होठो को चुमनी है, आओ मेरे पास।।
       
       मेरे मेहबूब को देख जमाने ने कहा वो कौन है।
 मैंने उसे कहा वो मेरे दिल की रिंग टोन(दिल की धड़कन) है।।

           तुझे देखें बिना आँखे तरसती है।
 तेरी दिदार के बिना दिल तरपती है।।

                  तुझसे कुछ कहनी है, वाते खास।
तेरी होठो को चुमनी है, आओ मेरे पास।।
       
       मेरे मेहबूब को देख जमाने ने कहा वो कौन है।
 मैंने उसे कहा वो मेरे दिल की रिंग टोन(दिल की धड़कन) है।।

           तुझे देखें बिना आँखे तरसती है।
 तेरी दिदार के बिना दिल तरपती है।।

                  तुझसे कुछ कहनी है, वाते खास।
तेरी होठो को चुमनी है, आओ मेरे पास।।
       
       मेरे मेहबूब को देख जमाने ने कहा वो कौन है।
 मैंने उसे कहा वो मेरे दिल की रिंग टोन(दिल की धड़कन) है।।

           तुझे देखें बिना आँखे तरसती है।
 तेरी दिदार के बिना दिल तरपती है।।

                  तुझसे कुछ कहनी है, वाते खास।
तेरी होठो को चुमनी है, आओ मेरे पास।।
       
       मेरे मेहबूब को देख जमाने ने कहा वो कौन है।
 मैंने उसे कहा वो मेरे दिल की रिंग टोन(दिल की धड़कन) है।।

           तुझे देखें बिना आँखे तरसती है।
 तेरी दिदार के बिना दिल तरपती है।।

                  तुझसे कुछ कहनी है, वाते खास।
तेरी होठो को चुमनी है, आओ मेरे पास।।
       
       मेरे मेहबूब को देख जमाने ने कहा वो कौन है।
 मैंने उसे कहा वो मेरे दिल की रिंग टोन(दिल की धड़कन) है।।

           तुझे देखें बिना आँखे तरसती है।
 तेरी दिदार के बिना दिल तरपती है।।

                  तुझसे कुछ कहनी है, वाते खास।
तेरी होठो को चुमनी है, आओ मेरे पास।।
       
       मेरे मेहबूब को देख जमाने ने कहा वो कौन है।
 मैंने उसे कहा वो मेरे दिल की रिंग टोन(दिल की धड़कन) है।।

           तुझे देखें बिना आँखे तरसती है।
 तेरी दिदार के बिना दिल तरपती है।।

                  तुझसे कुछ कहनी है, वाते खास।
तेरी होठो को चुमनी है, आओ मेरे पास।।
       
       मेरे मेहबूब को देख जमाने ने कहा वो कौन है।
 मैंने उसे कहा वो मेरे दिल की रिंग टोन(दिल की धड़कन) है।।

           तुझे देखें बिना आँखे तरसती है।
 तेरी दिदार के बिना दिल तरपती है।।

                  सर्दी के मौसम मे मुझे अकेले छोड़कर क्या तुझे मेरी याद आती हैं ।

लगती है कड़ाके की सर्दी क्या तुझे मेरी  याद आती है।।