शनिवार, 24 सितंबर 2016

यदि आप Samsung Smartphone खरीदना चाहते तो इसे एक बार जरूर पढ़ें।


    यदि आप  Samsung Smartphone खरीदना चाहते तो इसे एक बार जरूर पढ़ें।





मैं आपको बता दूँ कि Samsung का tizen operating System बाला फोन बहुत ही घटिया फोन हैं।


      यह फोन जो एक बार खरीद ले वह कभी सपना मे भी यह नहीं सोचते कि यह फोन अपने दोस्त या रिश्तेदारों को खरीदाए। इसमें कोई खास अच्छा फीचर भी नहीं हैं जो लोगों को पसंद आएं। यह एक बहुत ही घटिया गुणवत्ता वाले फोन हैं, जो  एक बार खरीदी तो बाद में samsung को कोसते है कि Samsung  ने क्या घटिया फोन बनाया हैं। यदि कोई सस्ते फोन लेना चाहते है तो  किसी और कंपनी का android फोन  इससे ज्यादा बेहतर होगा।


        इस tizen smartphone मे नहीं कोई अच्छी गेम्स हैं और नहीं कोई वीडियो काॅलींग ऐपस् जो आपको मनोरंजन का लाभ मिले।मैं आपको बता दूँ मेरा फोन भी tizen os वाले हैं, जिसे लेकर मैं अपने-आपको कोष रहा हूँ।

   यदि यह पोस्ट अच्छा लगे तो इसे अपने दोस्तों और रिश्तेदारों को शेयर करें और और कोई अच्छे android फोन  खरीदने का सलाह दे।


Tizen os वाले samsung का तीन फोन हैं

 Samsung Z1, Z2 और Z3



अच्छा लगे तो ये पोस्ट अवश्य शेयर करना और घटिया फोन खरीदने से बचें। क्योंकि पैसे बहुत मेहनत से मिलते है।

गैंगस्टर की पत्नी "A gangster's wife"

          एक गैंगस्टर था जिसका नाम था जग्गा सिंह। वह बहुत अत्याचारी तथा दुराचारी था। उसके डर से गाँव के लोगों का नींद उड़ चुका था। उसके अत्याचार से पुरा गाँव परेशान हो चुका था।
       
       
       
       
      

    

एक बार गाँव मे राम लिला के कलाकार आएं और गाँव में ही काली माता के मंदिर के पास मंच बनाए और राम लिला का मंचन करने लगे। सभी कलाकार अपने अपने किरदार में जच्च रहे थे। राम लिला का मंचन शान्ति पूर्ण चल रहा था। कोई दुष्ट अचानक उस गैंगस्टर से उलझ गया, तो वह क्रोध मे आकर अपने पिस्तौल निकाला और हवा मे चला दी। सभी लोग डर कर इधर-उधर भागने लगे। सभी खिड़की और दरवाजा बंद होने लगे। राम लिला के कलाकार दरभंगा से आए थे। वे लोग ब्राह्मण थे और राम लिला का मंचन करने वाले रामभक्त थे। उसने यह शाप दे दी कि जिसने मेरे पेट पर लात मारी, जिसने भक्तों मे भय उत्पन्न की, उसका विनाश हो जाए। 
  




 

कुछ ही महीनों बाद किसी ने उसकी(गैंगस्टर की) हत्या कर दी। उसके (गैंगस्टर के) परिवार वाले रो रहे थे, तो कोई उन्हें उन्हें शान्त कर रहे थे। प्रारब्ध में जैसा होगा वहीं होगा इसे कोई टाल नही सकता हैं। जन्म और मृत्यु प्रकृति का नियम है। यह सत्य है कि जिसने जन्म लिया है उसका मृत्यु निश्चित हैं,  इस तरह से कुछ लोग उन्हें शान्त करने की कोशिश कर रहे थे। लेकिन वह शान्त नहीं हो रहे थे। और होते भी कैसे यदि किसी प्रियजन छोड़ कर चला जाए, तो उससे बिछड़ने का पिड़ा वही जानता है। फिर उस गैंगस्टर को ले जा कर अंत्येष्टि(अंतीम संस्कार) किया गया। 

     

    कुछ दिनों तक तो उनके(गैंगस्टर के) रिश्तेदार उनका (उसके परिवार के) देखभाल कर रहे थे, लेकिन अपने और पराये का पहचान तो दुख में ही होते हैं। कुछ दिनों बाद उसके रिश्तेदारों ने उसे छोड़ दिया। उसके छोटे-छोटे बच्चे थे। उसे पालने के लिए उसे जिस्म का धंधे (देह व्यापार) करने शुरू कर दी। धिरे-धिरे उसे पैसों की लत लग गई और वह अपनी बेटी को भी उसी धंधे (देह व्यापार) मे लगा दी। 
 

एक गैंगस्टर की पत्नी जिसे देखने मे लोग डरते थे जो लोगों को जिस्म (देह) के प्यास बुझाने लगी। लोगों के रखैल बन गई। यह तक कि वह अपनी बेटी को भी उस नर्क धकेल दी। बाद में ये मजबूरी से शौक बन गई। जिस्म के प्यास बुझाने के लिए और पैसे के लिए हर रात एक नए मर्द की तलाश।


उसके बाद से वह देह व्यापार करने लगी और अपनी बेटी से भी कराने लगी। उसकी बेटी अभी 14 साल के भी न हुई और धंधे शुरू कर दी।


अब तो इसकी धंधे इतनी चलने लगी की ग्राहकों कतार लगी रहती हैं। Advance Booking चलता हैं। बहुत सारे Drivers को अपनी पत्नी न होने की कमी को दुर की हैं। हर रात एक नये मर्द के साथ होती हैं। उसने अपनी फोटो और अपनी मोबाइल नंबर होटल के मालिक और मैनेजर को दे रखी हैं ताकि नया ग्राहक आएँ और पैसे मिल जाए।

शुक्रवार, 23 सितंबर 2016

A first night

           दोस्तों मैंने आपको  सुनाया था कि एक गैंगस्टर की पत्नी किस तरह जीस्म के धंधे करने लगीं थी।और वह क्या से क्या हो गई अब मैं उसी की बेटी की कहानी सुनाने जा रहा हूँ। यह कहानी ध्यान से पढ़ें क्योंकि यह सत्य घटना हैं, इसके अतिरिक्त यह जानने के लिए कि किस तरह एक मां एक मासूम बेटी को पैसे के लालच में धकेल देती हैं।

          दोस्तों जब वह पाँच वर्ष की थी तो उसके पिता के छाया उस पर से उठ गया। जब वह पाँच साल की थी तभी किसी ने उसके पिता की हत्या कर दी। उसके घर सभी छोटे-छोटे थे, जो उसके भाई था वह भी छोटे थे। घर में पिता के न रहने से उसकी माँ को घर चलाने में कठिनाई होने लगी क्योंकि उनके पास पैसे का अभाव हो गया था। न उसके घर में दादा भी थे घर को चलाए। धिरे-धिरे किसी भी तरह रिश्तेदारों के दिए हुए पैसों से घर चलाने लगी। उसके पति ने भी जो कुछ पैसे दिए थे उससे घर  चलाती थीं। इस तरह से वह अपने बच्चों को भरण-पोषण करती थी।  लेकिन मुसीबत में ही होते हैं अपने और पराये की पहचान। उसके रिश्तेदारों ने पैसा देने बंद कर दिए। उसके पति के जो जमा पूँजी थीं वह भी खत्म हो गया।

       जब रिश्तेदारों ने पैसा देने बंद कर दिए और उसके पति के द्वारा जमा पूँजी भी खत्म हो गया तो वह काम के तलाश में विचरण करने लगी। लेकिन उससे कोई भारी काम नहीं हो रहा था इसलिए वह निराश रहती थी। एक दिन वह गलत आदमी के हाथ लग गई और पैसों के लालच दे उससे जिस्म के धंधे करने को कहा, आर्थिक स्थिति खराब होने कारण पैसों के लालच मे आकर वह राजी हो गई।उसके बाद से वह उसी धंधे में लग गई और इसी तरह अपने परिवार को चलाने लगी।




          दस वर्ष बाद जब उसकी बेटी पंद्रह वर्ष की हुई तो वह जिस पुरुष के साथ रहती थीं। उसे उसकी बेटी के जवानी देख रहा न गया। उसने उस लड़की के कौमार्यपन भंग करने को उसकी माँ को पचास हजार रुपये दिए और अपनी बेटी जैसी लड़की के साथ संभोग किया और उस लड़की के कौमार्यपन नष्ट कर दिया। उसके बाद से वह लड़की भी अपने के रास्तों पर चलने लगी और वह भी जीस्म के धंधे करने लगीं। 

      जब वह अपने पिता के समान आदमी के साथ सेक्स की तो उसे;  उसकी   माँ के कृपा से अस्पताल तक जाना पड़ा।