रविवार, 4 अक्तूबर 2015

मनीष के प्रेम कहानी "Manish ke prem kahani " "মনীষ কে পর্ম কহানী" The love story of Manish (The real love story )


एक शिक्षक था,जिसका नाम था मनीष  उससे  ही मै नौवीं कक्षा मे पढ़ रहा था।उससे ही एक  लड़की दसवीं कक्षा मे पढ़ने आई पढ़ते उसे उस शिक्षक से प्यार हो गई ।उसके बाद वह उससे वह किया जो शादी के बाद किया जाता है।वैसे आप बहुत समझदार है समझ ही गये होगें कि उसके साथ क्या-क्या  किया होगा ।उस लड़की के पड़ोस मे एक लड़का  था उसका नाम भी मनीष ही था वह भी उससे  दिल लगाना चाहता था, लेकिन वह हाथ मे नही आ रही थी, मनीष  के जो दोस्त था वह उस  लड़की के चाचा के दोस्त था। उसके द्वारा उसके चाचा से दोस्ती की उसके वाद वह उस लड़की को पटाया और वह पट गई।अब वह दोनों से इश्क लड़ाने लगी तो, वह लड़का मनीष था जो उस पहली प्रेमी को हटाने लगा, लेकिन वह उसकी दोस्ती नही तोड़ सका। बाद  मे वह दिल्ली काम करने चला गया और उसने अपने चचेरे भतीजे को कहा तुम इस पर ध्यान रखना। वह लड़का उस पर ध्यान रखने लगा,और उसकी हर खबर देने लगा।और वह उससे भी फोन से बात किया करता था। कुछ दिन के बाद वह दिल्ली से आया। और वह अपने दोस्त और उस लड़की के चाचा के साथ घूमने लगा।एक दिन वह लड़का उस लड़की को उसके साथ उसे कहीं जाते देखा उस समय वह उसे कुछ नहीं कहा। दो या तीन दिन बाद वह शिक्षक उस लड़का को मिले,तो उसने कहा उस लड़की को छोड़ दो,तो उसने उस लड़की को गाली दी और कहा कि हम उस वेश्य के पीछे नहीं हैं, हमारे पीछे हैं।इतना सुना ही कि उस लड़के ने और उस लड़की के चाचा ने उसे पिटना शुरू कर दिया बेचारे को दांत मुँह सब बराबर कर दिया। इसके बारे मे उस लड़की ने सुना कि वह लड़के ने उसके पहले प्रेमी को पीटा तो उसकी दोस्ती उस लड़के से टुट गई।फिर वह उसे मनाने कि कोशिश कि पर मना न सका, वह फिर दिल्ली चल गया । और वह अपने भतीजा को कहा कि तुम इसको ध्यान रखना । और वह उसके बारे मे हमेशा पूछते रहता था। वह लड़की अब उस शिक्षक के साथ भी न जाने लगीं। जब वह कॉलेज मे नामांकन कराई तो वह लड़की उस लड़के के साथ कॉलेज जाती थी। बाद मे उस लड़की को उस लड़के से प्यार हो गई ।बाद मे उस लड़के को पता चला तो वह पागल हो गया सोचने लगा कि वह मेरे भतीजे होकर मुझे ही धोखा देने लगा।फिर वह अपने भतीजे को समझाने लगा कि तुम इसे छोड़ दो। लेकिन वह उसे छोड़ने का नाम ही नहीं ले रहा था।छोड़ता कैसे भला कोई प्रेमी अपना प्रेमिका को छोड़ सकता है, कोई शराबी शराब को छोड़ सकता है, कोई स्त्री अपने पति को छोड़ सकता है, कोई जुआरी जुआ खेलना छोड़ सकता हैं नहीं। तो वह लड़का उसे कैसे छोड़ सकता था। वह लड़का (मनीष ) उसके प्यार मे पुरा पागल था वह उससे शादी भी करना चाहता था।
बाद में उस लड़की को शादी हो गई सब झगड़ा ही खत्म हो गया। इस साल उस लड़के को भी शादी के बंधन से बाँध दिया गया।
         अब सभी लोग अच्छे से रहते है।
अब पढ़ें रोशन के प्रेम कहानी 



Vinay Kumar Roy

विनय कुमार राय

વિનય કુમાર રાય
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